Sunday, 16 January 2022

गीत (मकर संक्रांति)

 



धनु राशि से मिहिर मकर में होते हैं प्रवेश जब
वसुधा के प्रांगण में आते देव सहित दिनेश जब
भूगौलिक परिवर्तन ज्योतिष की भी गणना है भारी
आत्मा का उद्धार उसी क्षण मिलते हैं अखिलेश जब

संक्रांति संस्कृति शुभ अपनी पावन मंगल है वेला
कमलबंधु प्रयागराज संगम में लगा माघ मेला
पोंगल के सँग माघी का संदेश
बधाई
अति सुन्दर
अंशुमाली की कृपा दृष्टि जब मिल जाते सर्वेश तब

धनु राशि से मिहिर मकर में होते हैं प्रवेश जब
वसुधा के प्रांगण में आते देव सहित दिनेश जब

अंधकार तम नाश करें आदित्य प्रकाशित होते हैं
नया गीत ले कविता को कविराज सुशोभित होते हैं
नव ऊर्जा व नया सवेरा दिनमणि लेकर आते हैं
चहक उठें पंछी भी नभ में छा जाते नलिनेश तब

धनु राशि से मिहिर मकर में होते हैं प्रवेश जब
वसुधा के प्रांगण में आते देव सहित दिनेश जब

आशा की नवकिरण लिए जब रथ भानु का आता है
नस नस में नव रक्त बहे तो मौसम ऐसा भाता है
खिचड़ी का प्रसाद मिले तिल गुड़ से ताकत बढ़ती
शीत काल की ठिठुरन को भी दूर करें दिवेश तब

धनु राशि से मिहिर मकर में होते हैं प्रवेश जब
वसुधा के प्रांगण में आते देव सहित दिनेश जब

सूरजपाल सिंह
कुरुक्षेत्र।

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