सभी को सुहाता नदी का किनारा
हमें भी लुभाता नदी का किनारा
कई याद मेरी दफन हैं यहाँ पर
वही सब दिखाता नदी का किनारा
गये वक्त की याद जब छल छलाए
दिलासा दिलाता नदी का किनारा
जिसे ज़िन्दगी में नहीं याद आया
मरे तब बुलाता नदी का किनारा
कई "चन्द्र" संगम हुये ज़िन्दगी के
चिता भी सजाता नदी का किनारा
*** चन्द्र पाल सिंह ***
वही सब दिखाता नदी का किनारा
गये वक्त की याद जब छल छलाए
दिलासा दिलाता नदी का किनारा
जिसे ज़िन्दगी में नहीं याद आया
मरे तब बुलाता नदी का किनारा
कई "चन्द्र" संगम हुये ज़िन्दगी के
चिता भी सजाता नदी का किनारा
*** चन्द्र पाल सिंह ***
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