Sunday, 2 July 2023

पर्व/त्योहार/ईद - दोहे

 

धर्म और त्योहार हैं, भारत की पहचान।
हैं अनेक पर एकता, सबका ही सम्मान।।

सबके अपने पर्व हैं, दें उमंग उत्साह।
तमस दूर मन का करें, हो प्रकाशमय राह।।

समरस जीवन तो कभी, आया करे न रास।
मात्र एक त्योहार ही, कर देते दिन खास।।

नव उमंग उल्लास नव, नवल नवल परिधान।
बर्फी खीर सेवइयां, भिन्न भिन्न मिष्ठान्न।।

गले मिलें फिर प्रेमवश, देते हैं उपहार।
पास सिमटकर आ गया, हो जैसे संसार।।

प्रेम और रिश्ते तभी, होते हैं मजबूत।
मात्र एक त्योहार ही, हैं प्रत्यक्ष सबूत।।

*** डॉ. राजकुमारी वर्मा

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